Monday, February 8, 2010

नक्सली बंद से ट्रेनों के पहिए थमे

गार्ड को धमकी मिलने से किरन्दुल पैसेंजर नहीं चली

वाल्टेयर लाइन की ट्रेनें रोकने के निर्देश


रायपुर ! चार राज्यों में नक्सली बंद का आह्वान किए जाने के बाद से सर्वाधिक नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में नक्सल बंद का व्यापक असर पड़ा है। इसके चलते टे्रनों के पहिए नक्सल प्रभावित इलाकों में थम गए है। बताया जा रहा है कि गार्ड को धमकी मिलने से किरन्दुल पेसेंजर नहीं चली।

रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केके लाईन के नक्सल प्रभावित किरंदुल रेलखंड अन्तर्गत बचेली में मालगाड़ी गार्ड को धमकी मिलने के कारण रात भर दंतेवाड़ा, किरंदुल के बीच टे्रनों का आवागमन बंद रहा। यह बात गत शुक्रवार की है। इधर कल दोपहर इसी इलाके में हुई नक्सली वारदात के कारण दंतेवाडा एवं कमलूर स्टेशनों के बीच पटरी पर पेड़ गिराए जाने से टे्रन की आवाजाही लगभग 3 घंटा प्रभावित रही। एक गार्ड को 3-4 अज्ञात लोगों ने धमकाकर वॉकीटॉकी एवं मोबाइल मांगा जिसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की गई है। स्टेशन मास्टर ने वाल्टेयर रेल कंट्रोल में कल देर रात बातचीत कर टे्रनों का आवागमन रोकने के निर्देश दिए। किरन्दुल और दंतेवाड़ा के मध्य मालगाड़ियों का आवागमन पूर्णत: बंद रहा। विशाखापट्टनम पेसेंजर निर्धारित समय से 4 घंटा देरी से चली।

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