Thursday, February 25, 2010

नक्सलियों ने डॉक्टर

कोंटा/दंतेवाड़ा/बीजापुर/जशपुरनगर । सुकमा के केरलापाल बस्ती में चिंतुर निवासी डा. मोहम्मद खलील की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इसकी वजह का पता नहीं लग पाया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे झारखंड के विशुनपुर थाना क्षेत्र में पीएलएफआई दस्ते ने हिंडालको के बाक्साइट माइंस जा रहे तीन ट्रकों में आग लगा दी, जिससे खलासी राजेन्द्र महेता की जलने से मौत हो गई। डॉ. मोहम्मद खलील आरएमपी थे तथा केरलापाल बस्ती में करीब १२ सालों से उनकी क्लिनिक है। वहाँ उनका मकान बन रहा है। बुधवार को वे मजदूरों से काम करा रहे थे। सुबह करीब पौने १० बजे एक नक्सली ग्रामीण वेशभूषा में उनके पास पहुँचा और बात करने लगा। तभी पीछे से हथियारबंद तीन लुंगीधारी नक्सली पहुँचे। जिसमें से एक ने डॉ. खलील की पीठ पर देशी कट्टे से गोली मार दी। डॉक्टर के गिरते ही नक्सलियों ने उन्हें पत्थर से कुचल दिया। जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद नक्सली हवाई फायर तथा नारेबाजी करते जंगल की ओर भाग गए। दिन दहाड़े हुई घटना के बाद से आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है। विशुनपुर थाना क्षेत्र के हिंडालको में गुरुवार सुबह ३.३० बजे ड्राइवर नारायण यादव को गोली मारी गई, जिसे गंभीर अवस्था मे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना की जिम्मेदारी पीएलएफआई के भूषण दिलू दस्ते ने ली है। पीएलएफआई सुप्रीमो ने ३ फरवरी को गुमला,लोहरदगा में चल रहे हिंडालको माइंस को बंद करने की चेतावनी दी थी। संगठन ने माँग की थी कि माइंस से निकाले गए मजदूरों को पुनः काम दिया जाए और अस्थायी मजदूरों को स्थायी किया जाए। इसके अतिरिक्त जमीन मुआवजे व कृषकों की सिंचाई व्यवस्था सहित कई माँग इस प्रतिबंधित संगठन ने की थी।

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