सालुआ (पश्चिम बंगाल) ! ईस्टर्न फ्रंटियर राइफल्स (ईएफआर) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को नकाब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उसने सिल्दा शिविर पर नक्सली हमले के दौरान 24 जवानों की मौत के बाद ईएफआर के मनोबल को लेकर सवाल खड़े किया।
ईएफआर के विशेष महानिरीक्षक बिनॉय चक्रबर्ती ने प्रशासन पर ईएफआर का दुरुपयोग करने और उसके साथ बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया। लेकिन संवाददाता सम्मेलन के दौरान अधिकारी का अपने चेहरे को छुपाए रखने की कोशिश ने मीडिया का ज्यादा ध्यान खींचा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''मैं परेशान हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। राज्य के पुलिस महानिदेशक भूपिंदर सिंह ने भी सिल्दा में मीडिया को संबोधित किया था, लेकिन उन्होंने अपने चेहरे को नहीं ढंका था।''
राज्य के वित्त मंत्री असीम दासगुप्ता ने भी पश्चिम मिदनापुर जिले में स्थित सलुआ शिविर में मंगलवार को मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था। मृत जवानों के परिजनों की नाराजगी का बहादुरी से सामना किया था और बिना चेहरे को ढंके लोगों से बातचीत की थी।
बहरहाल, चक्रबर्ती से संपर्क करने की कोशिश सफल नहीं हो पाई है।
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