Wednesday, February 24, 2010

माओवादियों से वार्ता की पहल पर असमंजस में सरकार

कोलकाता। केंद्र सरकार द्वारा माओवादियों से वार्ता की की पहल करने के बावजूद वाममोर्चा सरकार इस मुद्दे पर उदासीन है। लालगढ़ और आस-पास क्षेत्रों में मओवादियों के खिलाफ संयुक्त पुलिस अभियान चलने के दौरान मुख्यमंत्री वार्ता शुरू करने के पक्ष में नहीं है। सूत्रों के मुताबिक श्री भंट्टाचार्य ने राज्यपाल एमके नारायणन को इस मुद्दे पर सरकार के रूख से अवगत कराया है। राइटर्स बिल्डिंग के सूत्रों के मुताबिक श्री नारायण के बुलावे पर मुख्यमंत्री ने मंगलवार को राजभवन जाकर उनसे मुलाकात की। समझा जाता है कि माओवादियों के साथ बातचीत की संभावना व राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर मुख्यमंत्री की राज्यपाल से बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने लालगढ़ व आस-पास के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के संयुक्त अभियान को लक्ष्य तक पहुंचाने की इच्छा जाहिर की। पुलिस अभियान के किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री माओवादियों के साथ वार्ता शूरू करने के पक्ष में नहीं है।

बताया जाता है कि राज्यपाल ने राज्य के विभिन्न भागों में अवैध हथियार जमा होने पर चिंता जतायी। मुख्यमंत्री ने अवैध हथियार जब्त करने को लेकर राज्यपाल को आश्वस्त किया। उल्लेखनीय है कि सोमवार को कांग्रेस और तृणमूल के प्रतिनिधियों ने राजभवन में जाकर राज्यपाल को राज्य की गिरती कानून व्यवस्था से उन्हें अवगत कराया। प्रतिनिधि मंडल ने राज्य के विभिन्न भागों में अवैध हथियारों का जखिरा जमा होने की शिकायत की। उसके बाज राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को राजभवन में तलब किया। सिलदा मे इएफआर कैंप पर माओवादियों के हमले के बाद राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री की पहली बैठक को राजनीतिक हलकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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