Thursday, February 11, 2010

पुलिस पार्टी पर एम्बुश लगा हमला, दो घायल

ऑपरेशन तत्काल रोका गया
रायपुर ! दंतेवाड़ा जिले के ग्राम गोरखा भेजी के पास पुलिस बल पर नक्सलियों ने एम्बुश लगाकर पुलिस पार्टी पर हमला बोला। इस विस्फोट में दो जवान बुरी तरह घायल हो गए। जवानों की यह टीम 13 लोगों को लेने ग्राम गच्चनपल्ली जा रही थी। इन 13 लोगों को अग्रिम सुनवाई हेतु 15 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाना था। इस हमले के बाद ऑपरेशन को तत्काल रोक दिया गया। बस्तर डीआईजी एसआरपी कल्लूरी ने कहा कि परिस्थितिनुसार अगली कार्रवाई तय की जाएगी।

कल्लूरी ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में हिमांशु कुमार एवं अन्य द्वारा प्रस्तुत याचिका क्रमांक 1032009 में सुनवाई के दौरान 8.2.2010 को मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को परिवादी क्रमांक दो से तेरह जो निम्ानुसार है- सोयम रामा पिता स्व. सोयम कन्ना साकिन गोमपाड़, कुंजाम हिड़मा पिता कोसा सा. बेलपोच्चा, माड़वी हिड़मा पिता माड़वी कोसा सा. गच्चनपल्ली, माड़वी सुकड़ा पिता माड़वी कोसा सा. गच्चनपल्ली, माड़वी पिता माड़वी हुर्स सा. गच्चनपल्ली, सोयम दुला पिता स्व. सोयम दुला सा. गोमपाड़, मुचाकी सुकड़ी पति मुक्का सा. नुलकातोंग, माड़वी हुर्रे पति माड़वी हुर्स सा. गच्चनपल्ली, माड़वी राजा पिता माड़वी जोगा सा. गच्चनपल्ली, मड़कम मुक्के पति मड़कम चुजा सा. गच्चनपल्ली, कोवासी कोसा पिता स्व. कोवासी गंगा सा. गच्चनपल्ली, श्रीमती सोड़ी सम्बो पति सोड़ी बदरा सा. गोगपाड़ को 15 फरवरी 2010 को सर्वोच्च न्यायालय में अग्रिम सुनवाई हेतु उपस्थित कराने हेतु निर्देशित किया गया।
सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली के उपरोक्त निर्देश के पालन में इंजरम बेसकैम्प से जिला पुलिस बल के लगभग 300 की संख्या में जवान एवं एसपीओ गाईड के साथ 8 फरवरी को रात्रि करीब 10-11 बजे रवाना हुए थे जो ग्राम गोरखा-भेजी होते हुए गच्चनपल्ली के लिए प्रस्थान किये थे। इस बात की जानकारी नक्सलियों को हो चूंकि थी कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के पालन में पुलिस पार्टी गच्चनपल्ली की ओर आयेगी, नक्सलियों के द्वारा ग्राम गोरखा के पास बड़ी संख्या में उपस्थित रहकर एम्बुस लगाया गया था। 9 फरवरी के प्रात: लगभग 5 बजे के आसपास जैसे ही पुलिस बल ग्राम गोरखा के पास पहुंचे तभी नक्सलियों द्वारा ब्लास्ट करते हुए पुलिस बल ग्राम गोरखा के पास पहुंचे तभी नक्सलियों द्वारा ब्लास्ट करते हुए पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ब्लास्ट से गाईड के रूप में चल रहे एसपीओ हरीराम ब्लास्ट के चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया जिसका एक पैर ब्लास्ट में उड़ गया जिसका पता नहीं चला और दूसरा पैर चमड़े के सहारे पैर में लटका हुआ है एवं दूसरा एसपीओ भी घायल है। पुलिस पार्टी के द्वारा तत्काल पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग की गई। पुलिस के द्वारा की गई जवाबी फायरिंग से नक्सली अंधेरे एवं घने जंगल का फायदा लेकर भाग गये। तत्काल गंभीर रूप से घायल एसपीओ हरीराम को निकटतम प्राथमिक अस्पताल पहुंचाया गया तथा उसे दोपहर बाद भारत शासन के हेलीकाप्टर से रायपुर बेहतर उपचार हेतु ले जाया जाएगा। ग्राम गच्चनपल्ली अत्यंत दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र है जहां पहुंचने के लिए पगडंडियो व नदी नालों से गुजरना पड़ता है चूंकि सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश सभी याचिका कर्ताओं को उनके सम्मुख प्रस्तुत करने का था, अत: सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के पालन की तत्परता में अत्यंत सतर्कता पूर्वक पुलिस बल रवाना किया गया था। यदि वाहन या अन्य साधन से उजाला होने पर पुलिस बल भेजा जाता तो पुलिस बल को भारी क्षति उठानी पड़ती।
(देशबंधु, ९ फरवरी, २०१०)

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