मिदनापुर (पश्चिम बंगाल)। सोमवार के घातक नक्सली हमले में मारे गए ईएफआर के 24 जवानों के शव आज पश्चिम बंगाल के झारग्राम के निकट सलुआ शिविर में बेहद गमगीन माहौल में उनके परिजनों को सौप दिए गए। इससे पूर्व ईस्टर्न फ्रंटियर राइफल्स ने इस हमले में शहीद हुए अपने जांबाज साथियों को तोपों की सलामी दी। इस मौके पर पश्चिम बंगाल सरकार के पांच मंत्री भी मौजूद थे। राज्य बल के सलुआ शिविर में शहीदों के शवों को तिरंगे में लिपटे ताबूत में रखा गया था। राज्य के वित्त मंत्री असीम दास गुप्ता ने मरने वाले प्रत्येक जवान के परिवार को 15 लाख रूपए देने का ऎलान किया। इसके अलावा उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी और जवान के शेष्ा बचे सेवा समय का वेतन देने का भी ऎलान किया। शहीद जवानों के कु्रद्ध परिजनों को शंात करते हुए दासगुप्ता ने उन्हें आश्वासन दिया कि सलुआ शिविर की सुरक्षा बढाई जाएगी और उसके आसपास उंची चारदिवारी बनाई जाएगी और कांटेदार बाड लगाई जाएगी। इस बीच फोरेंसिक विशेषज्ञों ने आज सिलदा में जले हुए शिविर से छह और कारतूसों के खोल के नमूने एकत्र किए। बम निष्क्रिय करने वाले एक दस्ते ने भी घटनास्थल का दौरा किया, जहां अभी तक हादसे के निशान बाकी हैं और मलबा हटाया जा रहा है।
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