लहुनीपाड़ा। सुंदरगढ़ जिले के केबलांग थाना अन्तर्गत जामुडीही से नक्सलियों द्वारा अपहृत ढाबा मालिक समेत उसके भाई को नक्सलियों के प्रजा कोर्ट ने निर्दोष करार देने से उन्हें मुक्त कर दिया गया है लेकिन उनके साथ ही अपहृत कोईड़ा के जिला परिषद सदस्य व माकपा नेता आनंद मासी होरो का सुराग लगा पाने में पुलिस विफल रही है।
केबलांग थाना अंचल के जामुडीही पर स्थित मोटु ढाबा के मालिक हरिनाथ मुंडारी तथा राशन दुकान चलानेवाले नरेंद्र मुंडारी समेत राक्सी से कोईड़ा जिला परिषद सदस्य तथा माकपा नेता आनंद मासी होरो का शुक्रवार की रात सशस्त्र नक्सलियों ने अपहरण कर लिया गया था। जिसमें नक्सलियों ने तीनों के चेहरे पर काला कपड़ा बांधने समेत उनके हाथ-पैर बांधकर उन्हें एक डंपर में बिठाकर केबलांग से तकरीबन 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित झारखंड के सीमा के पास सारंडा जंगल में ले गये। नक्सलियों के कब्जे से मुक्त हुए दोनों मुंडारी भाइयों का कहना है कि उन लोगों को वहां पर नक्सलियों के प्रजा कोर्ट में पेश किया गया। प्रजा कोर्ट में नक्सलियों ने दोनों भाइयों के पुलिस मुखबिर न होने तथा किसी राजनीतिक दल से संबंध न होने के कारण उन्हें निर्दोष करार देकर मुक्त कर दिया। जिसके बाद दोनों भाइयों को शनिवार की रात नौ बजे बड़जोर जंगल में छोड़ दिया। इन लोगों से लूटी गयी दो बाइक वापस कर दी गयी। नक्सलियों के कब्जे से छूटकर घर लौटने पर उनके परिजनों में हर्ष देखा जा रहा है। दूसरी ओर अपहृत जिला परिषद सदस्य आनंद मासी होरो का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। जिसमें उनकी हत्या किये जाने की आशंका तेज हो गयी है। दूसरी ओर घटना के 48 घंटों बाद भी पुलिस घटनास्थल तक नहीं पहुंची है, जिससे अंचल के लोगों में भय व्याप्त है।
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