परलाखेमूंडी (उड़ीसा) ! उड़ीसा के गजपति जिले में बुधवार सुबह माओवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ में कम से कम तीन सुरक्षा जवान शहीद हो गए, जबकि छह अन्य जख्मी हो गए। सुरक्षा बल के जवानों ने एक गुप्त सूचना के आधार पर नक्सल विरोधी विशेष कार्य समूह (एसओजी) तथा राय पुलिस के साथ आज तड़के अंबाझारी जंगलों में धरपकड़ अभियान चलाया। इस दौरान माओवादियों के एक समूह ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एसओजी के तीन जवानों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। चार घायल जवानों की हालत गंभीर बताई गई है, जिन्हें विशाखापत्त्चनम भेज दिया गया है। मृतकों की पहचान संजीत के. टिरके, बलराम प्रधान और दीपक सानभाय के रूप में की गई है। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ में माओवादियों को किसी तरह के नुकसान का अभी तक पता नहीं लगा है। पुलिस ने कहा कि गोलीबारी के बाद यहां जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि भाग गए नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा सके।
पुलिस ने कहा कि पास के मल्कानगिरी जिले में एक अन्य घटनाम में माओवादियों ने चित्रकोंडा में खनिजों के परिवहन वाली एक निजी औद्योगिकी कंपनी की पाइपलाइन के पास पंप हाउस और नियंत्रण कक्ष को उड़ा दिया। पुलिस के मुताबिक हथियारों से लैस करीब 50 सशस्त्र उग्रवादियों ने आज सुबह इलाके में धावा बोला और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को काबू में करके विस्फोट कर दिया। माओवादियों ने कल भी उड़ीसा में दो विस्फोट किए थे, जिसके बाद 48 घंटे के उनके बंद के दौरान मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित रहा।
पुलिस ने बताया कि दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एसओजी के तीन जवानों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। चार घायल जवानों की हालत गंभीर बताई गई है, जिन्हें विशाखापत्त्चनम भेज दिया गया है। मृतकों की पहचान संजीत के. टिरके, बलराम प्रधान और दीपक सानभाय के रूप में की गई है। पुलिस के मुताबिक मुठभेड़ में माओवादियों को किसी तरह के नुकसान का अभी तक पता नहीं लगा है। पुलिस ने कहा कि गोलीबारी के बाद यहां जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि भाग गए नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा सके।
पुलिस ने कहा कि पास के मल्कानगिरी जिले में एक अन्य घटनाम में माओवादियों ने चित्रकोंडा में खनिजों के परिवहन वाली एक निजी औद्योगिकी कंपनी की पाइपलाइन के पास पंप हाउस और नियंत्रण कक्ष को उड़ा दिया। पुलिस के मुताबिक हथियारों से लैस करीब 50 सशस्त्र उग्रवादियों ने आज सुबह इलाके में धावा बोला और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को काबू में करके विस्फोट कर दिया। माओवादियों ने कल भी उड़ीसा में दो विस्फोट किए थे, जिसके बाद 48 घंटे के उनके बंद के दौरान मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग पर यातायात प्रभावित रहा।
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