२२ मार्च ।
नक्सली बंद का मिला-जुला असर
एक मात्र रेल यात्री गाड़ी जगदलपुर तक सीमित
जगदलपुर ! माओवादी नक्सलियों के द्वारा ऑपरेशन ग्रीनहंट और ऑपरेशन त्रिशूल के विरोध में आयोजित बस्तर बंद का मिला-जुआ असर देखने को मिला। शहरी क्षेत्रों में दुकानें खुली रही। यातायात यथावत रही, मगर जिले के कुछ अंदरूनी क्षेत्रों में इसका असर देखने को मिला। कहीं साप्ताहिक बाजार का आयोजन नहीं हुआ तो कहीं शहर के आसपास के गांवों में बाजार बंद नहीं हुआ। एक मात्र पेसेंजर ट्रेन सीमित कर दिया गया है मगर नक्सली क्षेत्रों में जाने वाली यात्रीगाड़ियां रोज की तरह आज भी यहां से रवाना हुई।
बस्तर जिले में नक्सली बंद का कोई खास असर नहीं दिखाई दिया मगर बंद की मिला-जुला असर कहीं-कहीं देखने को मिला। बस्तर, बकावंड, कोण्डागांव, तोकापाल, दरभा, बास्तानार, लोहंडीगुड़ा, फरसगांव, कोशकाल आदि राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे पड़ने ब्लॉक मु?यालयों में इसका असर दिखाई नहीं दिया। रोज की तरह यहा कारोबार चलती रही लेकिन अंदरूनी क्षेत्रों में इसका असर दिखाई दिया। तोंगपाल, तुकानार सहित क्षेत्र में इसका असर देखने को मिला। कोण्डागांव, माकड़ी, विश्रामपुरी, बास्तानार और लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के भीतरी हिस्सों में कारोबार बंद रहा और इन स्थानों में लगने वाले साप्ताहिक बाजार भी ठप रहा। वाल्टेयर से यहां पहुंचने वाली रेलगाड़ी शाम को पांच बजे जगदलपुर पहुंची और मंगलवार की सुबह 9 बजे से यहां वाल्टेयर के लिए रवाना हो जायेगी।
माओवादी नक्सलियों द्वारा शहीद दिवस के अवसर पर ऑपरेशन ग्रीनहंट के खिलाफ 21 मार्च से 23 मार्च तक तीन दिनाें तक दण्डकारण्य बद का आह्वान किया है, इसकी खबर मिलते ही वाल्टेयर रेल मंडल ने विशाखापटनम से किरंदुल के बीच चलने वाली पेसेंजर ट्रेन को आगामी तीन दिनों तक किरंदुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है। रविवार को पेसेंजर को जगदलपुर में ही रोग लिया गया है। अब 23 मार्च तक 1 व्हींके एवं 2 व्हीके पेसेंजर ट्रेन जगदलपुर व विशाखापटनम के बीच संचालित होगी।
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरदार भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू को अंग्रेजों द्वारा फांसी दिये जाने वाले दिवस अर्थात् 23 मार्च को पूरे भारत में शहीद दिवस मनाया जाता है। इस बार नक्सलियों ने शहीद दिवस पर ऑपरेशन ग्रीनहंट सहित नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के खिलाफ दो दिवसीय दण्डकारण्य बंद का आह्वान किया है। हालांकि इससे संबंधी यादा बैनर-पोस्टर आदि बस्तर में बरामद होने की खबर नहीं है, लेकिन रेलवे खुफिया तंत्र को नक्सलियों के इस आह्वान का पता चलते ही इसकी सूचना वाल्टेयर रेल मंडल को दी। इस आधार पर वाल्टेयर रेल मंडल ने 21, 22, 23 मार्च को तीन दिनों तक एहतियात के तौर पर 1 व्हीके वव 2 व्हीके पेसेंजर को किरंदुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है और इन दिनों तक पेसेंजर जगदलपुर से छूटेगी और यहीं तक चलेगी। रविवार को पेसेंजर को जगदलपुर रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया है जिसके चलते दक्षिण बस्तर जाने वाले यात्री काफी परेशान हुए। हालांकि यात्रियों के लिए दक्षिण बस्तर तक जाने रेलवे स्टेशन से बस की सेवा की व्यवस्था की गई थी, बावजूद बस में खचाखच यात्री भर जाने से लोग परेशान रहे।
जिले में पुलिस महानिरीक्षक टीजे लांगकुमेर के निर्देश पर एसपी पी सुंदरराज ने जिले के सभी थानों को अलर्ट कर दिया और पु?ता सुरक्षा का इंतजाम कर इसकी जायजा लिया गया। नक्सल प्रभावित मारडूम, बास्तानार के अंदरूनी इलाका मर्दापाल, विश्रामपुरी सहित नारायणपुर से लगे बस्तर जिले के इलाके में सुरक्षा प्रबंध चाकचौंबध रहा। 21 मार्च को पुलिस थाना मारडूम के अंतर्गत ग्राम सुलेंगा और रायमती के जंगल में पुलिस और नक्सली के बीच आमने सामने हुई मुठभेड़ में तीन वर्दीधारी नक्सली को गिरफ्तार किया गया। इसमें एक नक्सली दलम का कमाण्डर शामिल है। अन्य स्थानों से अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना बंद के दौरान नहीं मिली है।
नक्सली बंद का मिला-जुला असर
एक मात्र रेल यात्री गाड़ी जगदलपुर तक सीमित
जगदलपुर ! माओवादी नक्सलियों के द्वारा ऑपरेशन ग्रीनहंट और ऑपरेशन त्रिशूल के विरोध में आयोजित बस्तर बंद का मिला-जुआ असर देखने को मिला। शहरी क्षेत्रों में दुकानें खुली रही। यातायात यथावत रही, मगर जिले के कुछ अंदरूनी क्षेत्रों में इसका असर देखने को मिला। कहीं साप्ताहिक बाजार का आयोजन नहीं हुआ तो कहीं शहर के आसपास के गांवों में बाजार बंद नहीं हुआ। एक मात्र पेसेंजर ट्रेन सीमित कर दिया गया है मगर नक्सली क्षेत्रों में जाने वाली यात्रीगाड़ियां रोज की तरह आज भी यहां से रवाना हुई।
बस्तर जिले में नक्सली बंद का कोई खास असर नहीं दिखाई दिया मगर बंद की मिला-जुला असर कहीं-कहीं देखने को मिला। बस्तर, बकावंड, कोण्डागांव, तोकापाल, दरभा, बास्तानार, लोहंडीगुड़ा, फरसगांव, कोशकाल आदि राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे पड़ने ब्लॉक मु?यालयों में इसका असर दिखाई नहीं दिया। रोज की तरह यहा कारोबार चलती रही लेकिन अंदरूनी क्षेत्रों में इसका असर दिखाई दिया। तोंगपाल, तुकानार सहित क्षेत्र में इसका असर देखने को मिला। कोण्डागांव, माकड़ी, विश्रामपुरी, बास्तानार और लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के भीतरी हिस्सों में कारोबार बंद रहा और इन स्थानों में लगने वाले साप्ताहिक बाजार भी ठप रहा। वाल्टेयर से यहां पहुंचने वाली रेलगाड़ी शाम को पांच बजे जगदलपुर पहुंची और मंगलवार की सुबह 9 बजे से यहां वाल्टेयर के लिए रवाना हो जायेगी।
माओवादी नक्सलियों द्वारा शहीद दिवस के अवसर पर ऑपरेशन ग्रीनहंट के खिलाफ 21 मार्च से 23 मार्च तक तीन दिनाें तक दण्डकारण्य बद का आह्वान किया है, इसकी खबर मिलते ही वाल्टेयर रेल मंडल ने विशाखापटनम से किरंदुल के बीच चलने वाली पेसेंजर ट्रेन को आगामी तीन दिनों तक किरंदुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है। रविवार को पेसेंजर को जगदलपुर में ही रोग लिया गया है। अब 23 मार्च तक 1 व्हींके एवं 2 व्हीके पेसेंजर ट्रेन जगदलपुर व विशाखापटनम के बीच संचालित होगी।
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरदार भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरू को अंग्रेजों द्वारा फांसी दिये जाने वाले दिवस अर्थात् 23 मार्च को पूरे भारत में शहीद दिवस मनाया जाता है। इस बार नक्सलियों ने शहीद दिवस पर ऑपरेशन ग्रीनहंट सहित नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के खिलाफ दो दिवसीय दण्डकारण्य बंद का आह्वान किया है। हालांकि इससे संबंधी यादा बैनर-पोस्टर आदि बस्तर में बरामद होने की खबर नहीं है, लेकिन रेलवे खुफिया तंत्र को नक्सलियों के इस आह्वान का पता चलते ही इसकी सूचना वाल्टेयर रेल मंडल को दी। इस आधार पर वाल्टेयर रेल मंडल ने 21, 22, 23 मार्च को तीन दिनों तक एहतियात के तौर पर 1 व्हीके वव 2 व्हीके पेसेंजर को किरंदुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है और इन दिनों तक पेसेंजर जगदलपुर से छूटेगी और यहीं तक चलेगी। रविवार को पेसेंजर को जगदलपुर रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया है जिसके चलते दक्षिण बस्तर जाने वाले यात्री काफी परेशान हुए। हालांकि यात्रियों के लिए दक्षिण बस्तर तक जाने रेलवे स्टेशन से बस की सेवा की व्यवस्था की गई थी, बावजूद बस में खचाखच यात्री भर जाने से लोग परेशान रहे।
जिले में पुलिस महानिरीक्षक टीजे लांगकुमेर के निर्देश पर एसपी पी सुंदरराज ने जिले के सभी थानों को अलर्ट कर दिया और पु?ता सुरक्षा का इंतजाम कर इसकी जायजा लिया गया। नक्सल प्रभावित मारडूम, बास्तानार के अंदरूनी इलाका मर्दापाल, विश्रामपुरी सहित नारायणपुर से लगे बस्तर जिले के इलाके में सुरक्षा प्रबंध चाकचौंबध रहा। 21 मार्च को पुलिस थाना मारडूम के अंतर्गत ग्राम सुलेंगा और रायमती के जंगल में पुलिस और नक्सली के बीच आमने सामने हुई मुठभेड़ में तीन वर्दीधारी नक्सली को गिरफ्तार किया गया। इसमें एक नक्सली दलम का कमाण्डर शामिल है। अन्य स्थानों से अभी तक किसी अप्रिय घटना की सूचना बंद के दौरान नहीं मिली है।
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