पुरुलिया, जागरण समाचार के अनुसार आपरेशन ग्रीन हंट के दबाव में शीर्ष माओवादी नेता कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी, पोलित ब्यूरो के सदस्य माल्ला राजि रेड्डी समेत 10-12 नेता आपरेशन पीस हंट की कमान स्थानीय कमांडरों को सौंप झारखंड होते हुए उड़ीसा भाग गए हैं। यह दावा पश्चिम बंगाल की खुफिया विभाग ने किया है। खुफिया सूत्रों ने बताया कि बढ़ते दबाव के बाद किशनजी ने पिछले हफ्ते लालगढ़ छोड़ने का फैसला लिया था।
उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा नक्सलियों के खात्मे के लिए चलाए जा रहे आपरेशन ग्रीन हंट के जबाव में माओवादियों ने आपरेशन पीस हंट चला रखा है।
खुफिया विभाग के सूत्रों का कहना है कि मोबाइल लोकेशन की जांच से पता चला है कि इस समय किशन जी, माल्ला राजि रेड्डी समेत शीर्ष माओवादी नेता उड़ीसा के वांगरिपोलि-वारिपोदा जंगल में शरण लिए हुए हैं। ये नेता अपने साथ भारी मात्रा में गोला बारूद, विस्फोटक व हथियार साथ लेते गए हैं। कुछ विस्फोटक लालगढ़ में मिट्टी के नीचे दबा दिया गया है। बताया जाता है कि उड़ीसा में आपरेशन ग्रीन हंट नहीं चलने के कारण इन माओवादी नेताओं ने वहां शरण लेने का निर्णय लिया। बंगाल पुलिस ने इसकी जानकारी उड़ीसा पुलिस को दे दी है।
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