जगदलपुर। छत्तीसगढ के दंतेवाड़ा जिले के घने जंगलों में कल नक्सली हमले में शहीद हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 76 जवानों को आज यहां केन्द्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ्र राज्य के राज्यपाल शेखर दत्त और मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे सम्मान के साथ सलामी दी गई और उनके शवों पर पुष्पचक्र चढ़ाए गए।
सुबह दिल्ली से रायपुर पहुंचने के बाद चिदम्बरम, राज्यपाल शेखर दत्त और मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ जगदलपुर पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने जवानों के शवों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
चिदम्बरम ने वहां मौजूद कुछ जवानों के परिजनों से संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया।
चिदम्बरम महारानी मेडिकल कालेज भी गए और वहां भर्ती घायल जवानों के हाल चाल पूछे और उन्हें दी जा रही चिकित्सा की जानकारी ली।
दंतेवाडा जिले के मुकराना के घने जंगलों में कल नक्सलियों ने घात लगाकर हमला कर सीआरपीएफ के 75 जवानों और राज्य पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की हत्या कर दी थी।
चिदम्बरम के राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा भी करने की भी संभावना है। नक्सलवादियों ने कल छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में अब तक का सबसे घातक हमला करते हुए 'आपरेशन ग्रीन हंट' पर निकले सुरक्षाकर्मियों के दल को मुकराना के घने जंगल में घेर लिया और 76 जवानों को मौत के घाट उतार दिया।
सुबह छह से सात बजे के बीच जब सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त दल में शामिल करीब 100 सुरक्षाकर्मी नक्सलवादियों के खिलाफ सेना के एक अभियान की शुरूआत से पहले सड़क खोलने के काम को पूरा करके वापस लौट रहे थे ्रतब यह हमला जिले के चिंतलनार और टारमेटला गांव के बीच किया गया।
हमले में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट बी एल मीणा और डिप्टी कमांडेंट सत्यवान समेत 76 पुलिस कर्मी शहीद हो गए। मरने वालों में जिला पुलिस बल का हवलदार सियाराम धु्रव भी शामिल है।
सीआरपीएफ और जिला बल का संयुक्त दल नक्सल विरोधी अभियान के तहत पिछले तीन दिनों से जंगल में था। अभियान के दौरान आज सुबह सुरक्षाकर्मियों का दल जैसे ही तारमेटला और चिंतलनार गांव के जंगल के करीब पहुंचा, नक्सलियों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और उनके वाहन को विस्फोट से उड़ाने के बाद उनपर गोलियों की बौछार कर दी।
इस हमले ने केन्द्र सरकार को विचलित कर दिया और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल ही गृह मंत्री पी चिदंबरम से टेलीफोन पर बात करके उन्हें हालात का जायजा लेने को कहा। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में समझा जाता है कि माओवादियों के इस घातक हमले पर विचार किया गया। कल की बैठक में चिदंबरम के अलावा मंत्रिमंडल के सदस्यों और तीनों सेनाप्रमुखों ने शिरकत की।
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