Monday, April 12, 2010

नक्सलियों से मुठभेड क़े बाद हाईटेक हुई सुरक्षा

चिंतलनार. 11 अप्रैल. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के नक्सलवाद प्रभावित ताडमेटला के जंगल में हाल ही में नक्सली हमले के बाद पूरे बस्तर संभाग में हाई अर्लट घोषित कर दिया गया है और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में हाईटेक सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। माओवादी संगठन से लड़ने के लिए क्षेत्र में तैनात जवान फूंक फूंक कर कदम रख रहें हैं। संगीनों के साये में पुलिस बल के जवान मोर्चा संम्हाले हुए हैं और उन्हें अपने सामान्य कार्य भी कड़ी सुरक्षा के बीच करने पड़ रहे हैं। ज्ञातव्य है कि माओवादी संगठन द्वारा पुलिस बल को अपना निशाना बनाने के लिए नदी, नाले, तालाब पोखर, जंगल और सड़क का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इन स्थानों में प्रेशर टिफिन बम एवं बारूदी सुरंग, बिछाकर माओवादी घटना को अंजाम देते हैं। कई जवान इन स्थानों पर बम की चपेट में आ चुके हैं। इस तरह की घटनाओं से क्षेत्र में रह रहे अबुझमाड क़े निर्दोष आदिवासियों की भी मौता हुई है। नक्सलियों के बिछाए जाल में जवानों के अलावा कई निर्दोष आदिवासी ग्रामीण भी मारे गए हैं। सुरक्षा बल के अनुसार बल ताड़मेटला कांड भी नक्सलियों द्वारा बिछाए बारूदी विस्फोट का ही एक उदाहरण है। इसलिए क्षेत्र में सचग बड़ा दी गयी है। जवानों को हर कदम पर एहतियात बरतना पड़ रहा है। जवानों को पानी पीने के अलावा अपने आवश्यक कार्यो के लिए पहले सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम करने पड़ रहे हैं। चार जवानों की सुरक्षा में एक जवान पानी पीने के अलावा दूसरे आवश्यक कार्य करता है।

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