किरीबुरू । सारंडा के घने जंगल में विशेष अभियान चला रहे सुरक्षा बलों को नक्सलियों द्वारा बिछाई बारूदी सुरंगों का सामना करना पड़ रहा है। दो दिनों के भीतर पुलिस अपने अभियान वाले रास्ते से चार शक्तिशाली बारूदी सुरंगों का पता लगाने में सफल रही है। ये सुरक्षा बलों को शिकार बनाने के उद्देश्य से लगाई गई थीं। सुरक्षा बल बारूदी सुरंगों को विस्फोट से निष्क्रिय कर आगे बढ़ रहे हैं। पुलिस महानिदेशक नेयाज अहमद ने बताया कि पहली बार पुलिस सारंडा जंगल के उन स्थानों पर पहुंची है, जहां शायद ही कभी गई हो।
आपरेशन ग्रीन हंट को ले विशेष शाखा के रांची मुख्यालय में शुक्रवार को खास बैठक हुई। इस बैठक में पुलिस निरीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों को बुलाकर विचार विमर्श हुआ और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए गए। डीजीपी ने बताया कि जंगल के भीतर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान कैंप कर रहे हैं। नक्सलियों को काबू में करने के लिए चलाए जा रहे इस अभियान में ऐसे कैंप भी मिले हैं, जिन्हें छोड़कर नक्सली भाग चुके हैं। शुक्रवार को जवानों ने छोटानागरा से लेकर करमपदा तक अपनी मौजूदगी मजबूत कर ली। पुलिस के बड़े अधिकारी भी जंगलों में कैंप कर रहे हैं। इससे पुलिस बल का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है।
अभियान से बिगड़ी ग्रामीणों की हवा
सुरक्षा बलों के इस अभियान से सारंडा के बीहड़ों में रहने वाले ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई हैं। ग्रामीण सरकार व नक्सलियों की लड़ाई के बीच खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं, वे इस कशमकश में हैं कि खुद को कैसे सुरक्षित रखा जाए। वैसे तो पिछले एक दशक से नक्सलियों व पुलिस से उनका पाला पड़ता रहा है लेकिन इतने बड़े पैमाने पर कार्रवाई पहली बार हो रही है। जंगल के चप्पे-चप्पे पर सीआरपीएफ के जवान काबिज हैं। आने-जाने वाले हर रास्ते पर उनकी निगाह है। किसी भी व्यक्ति का उनकी नजरों से बचकर जाना असंभव सा है। जंगल में स्वछंद विचरण के आदी ग्रामीणों को ऐसा माहौल असहज किए हुए है और उनकी परेशानी बढ़ा रहा है। जंगल के इलाके में यहां-वहां लकड़ी काटने की दिनचर्या भी बाधित हो गई है। सरकार और नक्सलियों की इस लड़ाई में ग्रामीण को पिसने का डर सता रहा है। यदि वे सरकार की मदद नहीं करते हैं तो नक्सलियों का समर्थक बताकर उन्हें फंसाया जाएगा और यदि वह फोर्स की किसी तरह की मदद करते हैं, तो नक्सली उन्हें नहीं छोड़ेंगे।
बिहार में तीन ट्रकों को फूंका
बिहार के औरंगाबाद में नक्सलियों ने गुरुवार की रात पौथू थाना क्षेत्र के बरपा गांव के पास तीन ट्रकों में आग लगा दी। ट्रक जलाने के बाद नक्सली भाकपा माओवादी जिंदाबाद का नारा लगाते हुए चलते बने। बताया जाता है कि ये ट्रक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बन रहे बराही से पौथू रोड पर गिट्टी डालकर वापस लौट रहे थे। तभी 25-30 नक्सलियों ने इन्हें रोककर ड्राइवर-क्लीनर को उतारा और उन्हें फूंक दिया।
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