Wednesday, April 14, 2010

बस्तर में विकास के लिए 2000 करोड होंगे खर्च

रायपुर. 14 अप्रैल. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा है कि राज्य के बस्तर के घुर नक्सली इलाके में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए अगले दो तीन वर्षों में 2000 हजार करोड़ रूपये खर्च किए जायेंगे। मुख्यमंत्री डा.सिंह ने पत्रकारों के साथ कल रात बातचीत में यह जानकारी दी। डा. सिंह ने कहा कि इसके अलावा कैम्पा पंड से मिलने वाले 600 करोड क़ी राशि भी इसी इलाके के विकास में खर्च की जायेंगी। सरकार की पूरी कोशिश इलाके में सड़कों का जाल बिछाने का है। उन्होंने स्वीकार किया कि यह काम इतना आसान नहीं है और इसमें बाधा डालने की नक्सली पूरी कोशिश करेंगे पर सरकार भी पूरी सुरक्षा के बीच सड़कों के निर्माण की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार हर कीमत पर अगले दो वर्षो में बने अबूझमाड के प्रवेश द्वार माने जाने वाले ओरछा तक कांक्रीट सडक़ का निर्माण करवायेंगी। अबूझमाड को नक्सलियों का गढ़ माना जाता है। लगभग चार हजार वर्ग किलोमीटर के इस इलाके का अभी तक सर्वेक्षण नहीं हो सका है। इस इलाके की आबादी 10 व्यक्ति प्रति वर्ग मील है और पूरा इलाका घने जंगलों वाला है। यहां पर अभी तक सुरक्षा बल भी घुसने से कतराते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में अतिसंवेदनशील सुकमा से कोन्टा की 85 किमी लम्बी सडक को केन्द्र ने मंजूरी दी है। लगभग 150 करोड़ रूपये की लागत से कंक्रीट से निमत होने वाली सडक़ के लिए टेन्डर की प्रक्रिया चल रही है। इसकी स्वीकृति के लिए भूतल परिवहन मंत्री से वह स्वयं मिले थे। उन्होंने कहा कि बस्तर में सडक निर्माण तथा अन्य विकास कार्यों के लिए ठेकेदार सामने आने लगे हैं और पहले जैसी स्थिति नहीं रही। भूतल परिवहन मंत्रालय के टेन्डरों में बडी क़म्पनियां हिस्सा ले रही है उन्हे राज्य सरकार पूरी सुरक्षा मुहैया कराएंगी। उन्होंने कहा कि बस्तर इलाके में पदस्थ युवा पुलिस अधीक्षकों ने उन्हे भरोसा दिलाया है कि चुनौती के बाद भी वे सड़कों को निर्माण करायेंगे।

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