जगदलपुर ! छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 76 कर्मियों की शहादत के मामले की जांच हेतु केन्द्र सरकार द्वारा भेजे गए जांच अधिकारी ईएल राममोहन को लक्ष्य कर आज 17 अप्रैल को उस वक्त नक्सलियों ने फायरिंग और विस्फोट किया जब वे चिंतलनार से घटनास्थल ताड़मेटला गांव की ओर सुरक्षा बल के काफिले के साथ पैदल जा रहे थे।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार शनिवार की सुबह बीएसएफ के पूर्व डीजीपी राममोहन संभाग के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित यहां से हेलीकाप्टर से चिंतलनार पहुंचे। चिंतलनार से वे सुरक्षा बलों के साथ पैदल ही घटनास्थल जहां 76 जवान शहीद हुए, ताड़मेटला के लिए रवाना हुए थे और यह काफिला कुछ ही दूरी तय कर पायी थी कि जंगल की ओर से 5-6 राऊंड फायरिंग हुई और दो विस्फोट किए गए। हालांकि हमला जंगल के अंदर काफी दूर से किया गया था, इसीलिए कोई हताहत नहीं हुआ। फायरिंग की आवाज सुनते ही सुरक्षा बल के जवान फौरन मोर्चा संभाल जंगल में फैल गए। समझा जाता है कि फायरिंग के पीछे नक्सलियों के द्वारा जांच अधिकारी को भयभीत करने की सोची-समझी रणनीति रही हो। जांच अधिकारी के साथ भारी संख्या में तैनात सुरक्षा बलों की मौजूदगी से नक्सली किसी वारदात को अंजाम देने की हिम्मत नही जुटा पाए
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