Saturday, April 17, 2010

दंतेवाड़ा हमले पर सांसद आमने-सामने

रायपुर। दंतेवाड़ा जिले के चिंतलनार में 76 जवानों के शहीद होने के मामले में प्रदेश के सांसद आमने-सामने हो गए हैं। संसद में बहस के दौरान कांग्रेस सांसद चरणदास महंत ने राज्य की भाजपा सरकार और यहां के सांसदों पर निशाना साधा। इसका भाजपा सांसदों ने विरोध किया। छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने श्री महंत के बयान की आलोचना की है।

श्री महंत ने कहा कि राज्य में जब कांग्रेस की सरकार थी तब केवल 44 जाने गई थीं। रमन सरकार के आने के बाद 203 लोगों की मौत हो गई। भाजपा ने बस्तर में चुनाव प्रबंधन से 11 में से 10 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस को धोखे से एक में जीत मिल गई।

सांसद बलीराम कश्यप पर उन्होंने नक्सलियों से समझौता करने का आरोप लगाया। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार नक्सलियों के लिए मुफीद हो गई है। प्रदेश में नक्सलियों के समर्थक माने जाने वाले विधायक को प्रदेश का गृहमंत्री बना दिया जाता है। सांसद सरोज पांडे ने श्री महंत पर आरोप लगाया कि नक्सली हिंसा पर वे राजनीति कर रहे हैं। श्री महंत को उन्होंने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद विष्णुदेव साय ने श्री महंत की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ सांसद बलिराम कश्यप का अपमान किया है। उन्हें अपने कृत्य के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। असर में कांग्रेस छत्तीसगढ़ में बिखर रही है। दिग्विजय सिंह जैसे नेता अपने ही गृहमंत्री की आलोचना कर रहे हैं। इससे कांग्रेस की अंदरुनी राजनीति सामने आ रही है।

उन्होंने कहा कि नक्सलवाद की समस्या के लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है। प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कांग्रेस ने नक्सली समस्या विरासत में दी है। कांग्रेसी ही नहीं चाहते कि नक्सलियों के लिए खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने कहा कि महंत मनगढ़ंत आरोप लगाकर प्रदेश को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।

देश के गृहमंत्री राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर नक्सलियों के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ रहे हैं तब महंत इस तरह का बयान देकर अभियान को डिस्टर्ब करने का प्रयास कर रहे हैं।

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