बताया गया कि बुधवार की रात 40 सशस्त्र नक्सली नुंआपाड़ा जिला के सुनाबेड़ा अभ्यारण्य के भरुआमुंडा जांच नाका पहुंचे और वहां तोड़फोड़ की। इसके बाद वहां कार्यरत फारेस्टर संग्राम केशरी स्वांई को जबरन अपने साथ ले गए। जांच नाका से थोड़ी दूर ले जाने के बाद नक्सलियों ने संग्राम का हाथ-पैर बांध दिया और उसके हाथ-पांव काटने के बाद एसएलआर से उसे गोली मार दी। संग्राम स्वांई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटनास्थल पर पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी के नाम से हिन्दी में लिखे पोस्टर भी मिले हैं, जिसमें जल-जंगल-जमीन पर आदिवासियों का अधिकार बताया गया है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को नुंआपाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक विवेक रथ और एसडीपीओ प्रसन्न पंडा भरुआमुंडा पहुंचे। जांच पड़ताल के दौरान वहां से एसएलआर का एक खाली खोखा भी बरामद हुआ। खबर लिखे जाने तक तलाशी अभियान शुरू नहीं किया गया था। मृत संग्राम केशरी स्वांई का शव जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए खरियार भेजा गया है। बाद में शव को उसके पैतृक गांव कटक जिला के निआली भेजा जाएगा। बताया गया कि फारेस्ट गार्ड के रूप में कार्यरत संग्राम केशरी को वर्ष 2008 में पदोन्नति मिली थी और वह फारेस्टर बना था।
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