Wednesday, April 14, 2010

दो नक्सलियों की जमानत खारिज दो



जगदलपुर। बस्तर के दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में जेल में बंद दो नक्सलियों की जमानत याचिका को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने खारिज कर दिया है। दोनों नक्सली संगठन संघम के सदस्य हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के दो जिला स्तरीय कार्यकर्ता उमेश राठौर सूर्यप्रकाश चौहान पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार-प्रसार करने के लिए सुकमा के ग्राम बड़े गुड़रा गए हुए थे। यहां के थोथापारा में ग्रामीणों को एकत्र कर दोनों कार्यकर्ता रायमशविरा कर ही रहे थे कि उसी समय किसी ने उनके गांव में आने की सूचना नक्सलियों को दे दी। ७०-८० की संख्या में हथियारबंद संघम सदस्य गांव पहुंचे और थोथापारा में बैठक ले रहे श्री राठौर श्री चौहान को घेर लिया। इसके बाद नक्सलियों ने भाजपा के दोनों प्रमुख कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं की माति वैन को भी आग के हवाले कर दिया। जाते-जाते ग्रामीणों को संघम सदस्यों ने धमकाया भी था। घटना की सूचना श्री राठौर के भाई ने स्थानीय पुलिस को दी। जांच के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के सामने कई संघम सदस्यों की संलिप्तता की जानकारी दी। इसी बीच दो संघम सदस्य हांदाराम रघुनाथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जेल में बंद हांदाराम रघुनाथ ने अपने वकील के जरिए जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। शेष पेज १५ पर


जगदलपुर। बस्तर के दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में जेल में बंद दो नक्सलियों की जमानत याचिका को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने खारिज कर दिया है। दोनों नक्सली संगठन संघम के सदस्य हैं।

पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के दो जिला स्तरीय कार्यकर्ता उमेश राठौर सूर्यप्रकाश चौहान पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार-प्रसार करने के लिए सुकमा के ग्राम बड़े गुड़रा गए हुए थे। यहां के थोथापारा में ग्रामीणों को एकत्र कर दोनों कार्यकर्ता रायमशविरा कर ही रहे थे कि उसी समय किसी ने उनके गांव में आने की सूचना नक्सलियों को दे दी। ७०-८० की संख्या में हथियारबंद संघम सदस्य गांव पहुंचे और थोथापारा में बैठक ले रहे श्री राठौर श्री चौहान को घेर लिया। इसके बाद नक्सलियों ने भाजपा के दोनों प्रमुख कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सलियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं की माति वैन को भी आग के हवाले कर दिया। जाते-जाते ग्रामीणों को संघम सदस्यों ने धमकाया भी था। घटना की सूचना श्री राठौर के भाई ने स्थानीय पुलिस को दी। जांच के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के सामने कई संघम सदस्यों की संलिप्तता की जानकारी दी। इसी बीच दो संघम सदस्य हांदाराम रघुनाथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जेल में बंद हांदाराम रघुनाथ ने अपने वकील के जरिए जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

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