खडगपुर । श्चिम मेदिनीपुर जिले की नक्सली हिंसा में तमाम प्रयासों के बावजूद सिर्फ वर्ष 2010 में ही 55 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, जिनमें पुलिस के जवान भी शामिल है। यह बात केंद्रीय गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने कही। अरुणाचल प्रदेश रवाना होने से पूर्व रविवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिलांतर्गत झाड़ग्राम तहसील के माओवाद प्रभावित लालगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिदंबरम ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान का जायजा लेने वे विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे है। बड़ी संख्या में नक्सली साधारण ग्रामीणों के बीच घुसे हुए है। उनकी पहचान कर पकड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान अपना काम कर रहे है। ग्रामीणों को यह बात समझना होगा कि नक्सली समाज का विकास नहीं चाहते। वे हिंसा व खून खराबा में विश्वास रखते है, जो किसी के भी हित में नहीं है। इसलिए नक्सलियों को किसी प्रकार से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष मदद देना गलत है। जानकारी के मुताबिक लालगढ़ से रवाना होने के बाद कुछ देर मेदिनीपुर सर्किट हाउस में रुकने के बाद चिदंबरम कोलकाता की ओर ओर रवाना हो गये।
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