Tuesday, April 6, 2010

सकते में छत्तीसगढ़ सरकार

रायपुर । अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले ने राज्य सरकार को हिला कर रख दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गृहमंत्री ननकीराम कँवर और आला अफसरों के साथ आपात बैठक करने के बाद कहा कि ऑपरेशन ग्रीन हंट जारी रहेगा। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम से टेलीफोन पर बात की है।

हमले की खबर आने के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय में हलचल बढ़ गई। डॉ। सिंह ने आपात बैठक बुलाई। इसमें मुख्य सचिव पी। जॉय उम्मेन, डीजीपी विश्वरंजन, सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी विजय रमन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एन. बैजेन्द्र कुमार समेत पुलिस के खुफिया तंत्र की कमान संभालने वाले अफसर शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने आला अफसरों के साथ हालात से निपटने और जंगल में फँसे व घायल जवानों को बाहर निकालने के उपायों पर चर्चा की। साथ ही जंगल में नक्सलियों से लोहा ले रहे जवानों को तत्काल समुचित मदद मुहैया कराने को कहा। घायलों के उपचार के लिए रायपुर से डॉक्टरों की टीम सरकारी विमान से जगदलपुर रवाना की गई।

शहीद जवानों के शव उनके घर भेजने के लिए सरकार ने विशेष विमान का इंतजाम किया। डॉ. सिंह ने सरकारी दफ्तरों को इंटरनेट व वायमैक्स प्रणाली से जोड़ने के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क का उद्घाटन करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दंतेवाड़ा कलेक्टर रीना बाबासाहेब कंगाले से घटना की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को प्रस्तावित राजनांदगाँव दौरा रद्द कर दिया। वे बुधवार को दिल्ली भी नहीं जाएँगे। दिल्ली में उनकी केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे के साथ मुलाकात तय थी। डॉ. सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री श्री चिदम्बरम को फोन पर ताजा हालात की जानकारी दी। साथ ही मृतकों व घायलों के लिए किए जा रहे उपायों का ब्योरा दिया।

बैठक की सूचना मिलने के बाद गृहमंत्री श्री कँवर जब तक मुख्यमंत्री सचिवालय पहुँचते, तब तक दोनों डीजी डॉ. सिंह से बातचीत कर रवाना हो चुके थे। इसके बाद श्री कँवर ने आधे घंटे तक मुख्यमंत्री से बात की। बाद में आईजी (खुफिया) डीएम अवस्थी ने उन्हें हालात से अवगत कराया। वहीं प्रमुख सचिव (गृह) एनके असवाल ग्राम सुराज अभियान की तैयारी करने के लिए सुबह आठ बजे बस्तर प्रवास पर रवाना हो चुके थे। उन्हें रास्ते में मोबाइल पर हमले की खबर मिली।

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