Monday, April 12, 2010

दंतेवाड़ा हमले के दोषी पकड़ने को अभियान शुरू

रायपुर। दंतेवाड़ा में हुए नरसंहार में शामिल नक्सलियों को पकड़ने के लिए शुरू किए गए व्यापक तलाशी अभियान के बीच जांचकर्ताओं ने पता लगाया है कि माओवादियों ने इस हमले में अत्यंत लाइट मशीन गन (एलएमजी) का इस्तेमाल किया था। जांच कर रहे दल के सूत्रों ने बताया कि घटना स्थल के सर्वे से पता चला है कि नक्सलियों ने कम से कम दो एलएमजी का इस्तेमाल किया था। ये हथियार हिद्मा और पापा राव के नेतृत्व वाली माओवादियों की केंद्रीय समिति की कंपनी तीन और कंपनी आठ द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं।

सूत्रों ने बताया कि एलएमजी संभवत: आंध्र प्रदेश या उड़ीसा के पुलिस बल से चोरी किया गया है। इस बीच नक्सलियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। पापा राव, रमन्ना और हिद्मा इस नरसंहार के प्रमुख अभियुक्त के रूप में उभर रहे हैं। आंध्र प्रदेश के वारंगल जिले में जन्मा राव जगरबंधु इलाके में माओवादियों का महासचिव है तथा दण्डकारण्य क्षेत्र के विशेष महासचिव रमन्ना का दाहिना हाथ माना जाता है। गौरतलब है कि छह अप्रैल को हुए अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 75 जवान तथा राज्य पुलिस का एक सिपाही शहीद हो गया था।

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