जगदलपुर ! माओवादी नक्सलियों की ओर से घोषित एकदिवसीय भारत बंद का असर बस्तर में भी देखने को मिली। जगदलपुर सहित राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे के शहर और कस्बों में जहां कारोबार जारी रहा, वहां शनिवार अवकाश के चलते जगदलपुर बाजार हमेशा की तरह बंद रहा। बंद के दौरान जगदलपुर-किरंदुल के मध्य चलने वाली एक मात्र यात्री रेलगाड़ी जगदलपुर तक सीमित कर दिया। सुबह से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए गाड़ियों का परिवहन बंद रहा। इस दौरान कुछ हिम्मत कर कुछेक यात्री बसें बीजापुर तक लेजाने में चालक-परिचालक सफल हुए। लेकिन इन गाड़ियों की वापस आने की सूचना समाचार लिखे जाने तक नहीं मिली है। बंद के चलते जगदलपुर बस स्टेण्ड में खासकर दक्षिण बस्तर और बीजापुर एवं नारायणपुर के लिए जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठाना पड़ा। लगभग यह स्थिति यहां के रेलवे स्टेशन में भी देखने को मिली। दंतेवाड़ा और किरंदुल सहित अन्य स्थानों के लिए जाने वाले यात्रियों को निराश होकर बसों का साहरा लेना पड़ा। किरंदुल की ओर जाने वाली गाड़ियों में जहां लोगों की भीड़ भरी हुई थी, वहां बीजापुर और सुकमा की ओर जाने वाली कुछ गाड़ियों में सवारी ठसाठस भरी हुई थी। नारायणपुर और ओरछा मार्ग पर गाड़ियां नहीं चली। कोण्डागांव से नारायणपुर, अंतगढ़, भानुप्रतापपुर होकर चलने वाली गाड़ियां भी नहीं चली।
माओवादी बंद के कारण संभाग के विभिन्न भागों में लगने वाली बाजार आज नहीं भर पाया। बीते दिन में कोयलीबेड़ा बाजार में हुई जवान की हत्या की खबर से घबराये आम नागरिक और व्यापारी बाजार की ओर जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। हाट बाजारों में विरानी छायी रही। जबकि पुलिस दल सभी स्थानों में हाई अलर्ट घोषित कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे।
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