Tuesday, January 19, 2010

थम नहीं रहे थे आँसू


बिलासपुर। नक्सलियों के खिलाफ जनजागरण लाने लगाई गई प्रदर्शनी नक्सलियों की कू्ररता को उजागर कर रही है। इनकीबेरहमी से निर्दोष लोगों की हत्या किए जाने के दृश्य ने जनमानस को झकझोर दिया। आम लोगों के सहयोग से ही इस समस्या का हल निकल सकता है।

पुलिस महानिदेशक विश्वरंजन के मार्गदर्शन में पुलिस विभाग ने सोमवार से यातायात थाना परिसर में दो दिवसीय नक्सली विरोधी फोटो, स्लोगन प्रदर्शनी आयोजित की है। प्रदर्शनी अपने आपको एक विचार आंदोलन, गरीबों के मसीहा कहने वालों के चेहरों को उजागर कर रही है। प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए डीजीपी ने कहा कि पुलिस विभाग ने आतातई, दूरदांत व आतंकी लोगों के सफाए का बीड़ा उठाया है। जनमानस के सहयोग के बिना इन राष्ट्र, समाजद्रोहियों को इनकी ही भाषा में जवाब देना कठीन होगा। शहीदों के परिवार व पुलिस के मन की पीड़ा का स्पंदन आम जनता के मन में होना चाहिए। भारत का इतिहास गवाह है कि जनजागृति से देश को एक रखा जा सकता है। चंद्रगुप्त मौर्य ने जनजागृति से ही देश को बचाया। जनजगृति से ही देश आजाद हुआ। उन्होंने कहा कि फोटो को देख कर आगे निकल जाने पर आपको इसका कारण नहीं मिलेगा। इसके लिए प्रदर्शनी में लगी फोटो के सामने खड़े होकर उसकी जगह अपने आपको मान कर अंतः मन से सवाल करना होगा। गरीबों के मसीहा बताने वालों ने निर्दोष व गरीब व्यक्ति, जिनके पास पहनने को कपड़े तक भी नहीं है, उसकी निर्ममतापूर्वक हत्या क्यों की। नक्सली जनहित में कोई काम नहीं कर रहे हैं। इस अवसर पर कुलपति लक्ष्मण चतुर्वेदी ने कहा कि स्कूल, कॉलेज व गांव-गांव में इस प्रदर्शनी को लगा कर लोगों को शिक्षित किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम में आए शहीदों के परिजनों की आंखों से अविरल अश्रुधारा बह रही थी। मंच में बैठी शहीद विनोद चौबी की माता, अश्वनी प्रधान, इंस्पेक्टर खान की मां की आंखें पूरे समय नम रहीं। प्रदर्शनी में शहीदों की फोटो भी लगाई गई है। इस अवसर पर एक कलैडर का भी विमोचन किया गया।

बीभत्स दृश्यों ने झकझोरा

इस मामले में मानवाधिकार संगठन को दोनों पक्षों को देखना चाहिए। निर्दोष लोगों की हत्या से नक्सल समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इस अवसर पर आईजी रमेश चंद्र शर्मा, कमिश्नर आरपी जैन, एसपी विवेकानंद सिन्हा ने भी अपने विचार रखे। सभी वक्ताओं ने जनजागरण से ही नक्सली समस्या से मुक्ति पाने की बात कही। कार्यक्रम में शहीद एसपी विनोद चौबे की माता, शहीद इंस्पेक्टर एडब्ल्यू खान की माता-पिता, शहीद आरक्षक अश्वनी प्रधान के माता-पिता को शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
(नई दुनिया, बिलासपुर, १९ जनवरी, २०१० से साभार )

3 comments:

  1. NGO में ज्यादातर नकली हैं

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  2. बस्तरिहा जी
    word verification हटा लें , भले ही इसके बदले टिप्पणी नियंत्रण लगा लें

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  3. रायपुर में 24 जनवरी को दोपहर 1 बजे से प्रेस क्लब, मोतीबाग में ब्लॉगर बैठकी है

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