Tuesday, January 19, 2010

नक्सली क्षेत्र के पुलिस अफसरों को स्थायी सिम

रायपुर ! नक्सली क्षेत्रों के थानों में पदस्थ थाना प्रभारियों और पुलिस अफसरों के मोबाइल में अब स्थाई सिम होंगी। उनका तबादला भी अन्य स्थानों पर हो जाता है तो आने वाले नए थाना प्रभारी अथवा सीएसपी के मोबाइल में वहीं सिम रहेगी। मतलब प्रभारी तो बललेंगे पर मोबाइल नंबर वहीं रहेंगे। यह व्यवस्था डीआईजी एवं आईजी स्तर के अफसरों के लिए भी कर दी गई हैं।

पुलिस मुख्यालय के एक जिम्मेदार अधिकारी ने जानकारी दी है कि पीएचक्यू से 32 सिमकार्ड बस्तर के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। बताया गया है कि बस्तर जिले के सभी थाना प्रभारियों से लेकर पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अफसरों को पुलिस मुख्यालय ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे अपने नंबरों को सार्वजनिक करेंगे। इससे पीड़ित लोगों को भी पुलिस अफसरों से सीधा संपर्क बनाने में सहुलियत होगी। इस प्रयास से नक्सली गतिविधियों तथा अन्य कार्रवाईयों की जानकारी के आदान-प्रदान में भी सरलता होगी।

इस संबंध में हाईवे चैनल से चर्चा करते हुए जगदलपुर एसपी पी. सुंदरराज ने कहा कि जिन अफसरों को सिम उपलब्ध कराए गए है उसे वे अपने हैंडसेट में डालेंगे। अधिकारी का अन्यंत्र स्थानांतरण होने पर नए प्रभारी को वहीं सिम दे दी जायेगी। इससे पुलिस अफसरों को महंगी चर्चा करने से भी निजात मिलेगी और संवाद भी गोपनीय रहेगा। बताया गया है अफसरों के द्वारा यदि एक समूह में रहकर आपसी चर्चा की जाती है तो बातचीत पूरी तरह नि:शुल्क रहेगी।

एसपी के मुताबिक समूह के बाहर 100 रुपये तक की सीमा के लिए बातचीत में छूट रहेगी और सौ रुपये की सीमा समाप्त होने के बाद इसे रिचार्ज नहीं करवा सकेंगे। ज्ञात हो कि पुलिस के बड़े अमले को उच्च तकनीक से एक साथ जोड़ने की योजना बस्तर के पूर्व पुलिस महानिरीक्षक आरके विज ने बनाई थी। जिसे अब अमलीजामा पहनाया गया हैं। अधिकारियों को आबंटित सिम से उनके लोकेशन का भी बराबर पता चलेगा। दी गई सिम 24 घंटे चालू रहेगी इसके स्पष्ट निर्देश दिये गए है।

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