Friday, January 22, 2010

धमतरी मेंअसला बारुद सहित चार नक्सली पकड़ाए


नक्सलियों से साहित्य सहित भारी मात्रा मे विस्फोटक सामग्री जब्त
धमतरी ! पंचायत चुनाव में बाधा पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने भारी मात्रा में असला बारूद मंगाया था, और वे उसे 8 जनवरी को देर रात्रि लगभग डेढ़ बजे छुपाने की फिराक में थे। जिसे सिहावा पुलिस बल एवं छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल ने सर्चिंग अभियान के दौरान धर दबोचा। बारूदों के साथ चार नक्सली भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। नक्सलियों के पास से कारतूस से भरी एक बंदूक भी बरामद हुई। साथ ही 9 टिफिन बम सहित कई विस्फोटक सामग्रीयां एवं नक्सली साहित्य बरामद हुआ।


पुलिस अधिक्षक शेख आरिफ हुसैन ने बताया कि गत 8 जनवरी को मुखबिर से उन्हे सूचना मिली की कुछ संदिग्ध लोग भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री लेकर सिहावा के जंगलों मे प्रवेश कर रहे है। मुखबिर से सूचना मिलने के बाद श्री हुसैन और नक्सल आपरेशन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने एक टीम तैयार की जिसमें सिहावा थाना प्रभारी नरेन्द्र पुजारी, नगरी थाना प्रभारी राजेश साहू एवं छत्तीगढ़ सशस्त्र बल के 75 जवान शािमल थे। इस टीम ने सूचना मिलते सिहावा क्षेत्र की सर्चिंग शुरू कर दी। श्री हुसैन ने बताया कि सिहावा से 25 किमी की दूरी में घने जंगल के बीच बसे गांव ठैनी के समीप देर रात्रि लगभग डेढ़ बजे पुलिस बल को पटाखे फुटने की अवाजे आई। जिससे पुलिस बल ने अपना पोजिसन ले लिया। किन्तु दस मिनट तक किसी भी प्रकार की कोई हलचल नही हुई। इसके बाद पुलिस दल अलग-अलग दलों में बंट गये और जिस दिशा से आवाज आई उसे चारों ओर से घेर लिया। तभी दो व्यक्ति दौड़ते हुए वहां से निकले जिन्हे पकड़ लिया गया। पूछताछ में उन्होने समीप मे छुपे अपने अन्य साथियों के बारे में बताया। श्री हुसैन ने बताया कि नक्सली वहां एक बैठक ले रहे थे, जिसमे लगभग 10 लोग उपस्थित थे। इनमे से 6 लोग तो भागने में सफल हो गए। किन्तु चार लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया।


श्री हुसैन ने बताया कि पकड़े गए चार संदिग्ध लोगों में दो युवक है, जिनमें से प्रकाश मरकाम पिता छतरसिंग मरकाम की उम्र 19 वर्ष तो दीपक कुमार पिता रतनलाल हल्बा की उम्र 18 वर्ष है। इसके अलावा उनके साथ पकड़े गए लोगों में बालाराम कुंजाम पिता सरऊराम गोड़ 40 वर्ष और रोहित कुमार पिता रतनलाल हल्बा 35 वर्ष शामिल है। ये सभी रायपुर जिले के मैनपुर थानांतर्गत ग्राम छोटे गोबरा निवासी है। जो पंचायत चुनाव में बाधा पहुंचाने के लिए बाहर से असला बारूद लेकर यहां पहुंचे थे। पुलिस ने इनके पास से स्टील के 9 टिफिन बम बरामद किए। जिनमे से 2 बमों का वजन 50 किलो ग्राम है, ओैर बांकी के सात 15 किलो के है। इसके अलावा उनके पास से एक भरी हुई बंदूक, 3 किलो जीलेटीन, 5 बैटरी, 19 कैमरा फ्लैस,दो धनुष बाण, एक बंडल तार, 8 नग सूतली बम, 2 नग मोटर सायकल स्पार्क प्लक, पांच नग रिचार्ज सेल बैटरी, 1 नोकिया मोबाईल, 2 नग प्लेयर, 2 नग पेचकस, 1 जोड़ी हरे रंग की नक्सली वर्दी, 1 जोड़ी लाल रंग के जूते और भारी मात्रा में नक्सली साहित्य बरामद हुआ है। श्री हुसैन ने बताया कि कई साहित्य मजदूर संघ के अभियान से जुड़े हुए थे, जिन्हे देखकर एैसा लगता है कि ये सीपी आई माओवादी हो सक ते है। उन्होने बताया कि चारों से अभी कड़ी पूछताछ की जा रही है। जिनसे पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते है।


सिहावा थाना में इन चारों के खिलाफ धारा 121, 122, 212 ताहि एवं धारा 16,18,23,38, 39 युएपीए एक्ट, 25 ्र,27 आम्स एक्ट एवं 3,5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है। इन आरोपियों को आज न्यायल मे पेश किया जाएगा।


पुलिस को मिल रहा ग्रामीणों का भरपुर सहयोग
पुलिस अधीक्षक शेख आरिफ हुसैन ने बताया कि सिहावा क्षेत्र के गांव में पुलिस बल जा-जा कर लोगों को नक्सलियों का साथ न देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, और इसमें पुलिस काफी हद तक सफल भी हुई है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण 8 जनवरी को नक्सलियों के द्वारा सिहावा बंद के दौरान देखने को मिला। सिहावा क्षेत्र की सभी दुकाने खुली हुई थी वहीं वनांचलों मे साप्ताहिक बाजार भी लगे थे, इसके अलावा उन गांवो में मड़ई का भी आयोजन हुआ था। जिसमें ग्रामीण बेखौफ होकर मजा ले रहे थे।


श्री हुसैन ने बताया कि इसके लिए पुलिस गांव-गांव जाकर नक्सल विरोधी पर्चे चिपका कर ग्रामीणों को नक्सलियों के गलत हरकतों के बारे में बता रही है। इसी वजह से अब वनांचलों के ग्रामीण भी पुलिस की भरपूर मदद कर रहे है। पुलिस अधिक्षक ने आगे बताया कि 30 और 31 जनवरी को मिशन मैदान मे नक्सल विरोधी प्रदर्शनी लगाई जाएगी। जिसमें नगरवासियों को नक्सलियों की हरकतों से परिचित कराया जाएगा कि किस तरह से नक्सली प्रदेश के लिए घातक हो रहे है। इसके अलावा शहीदों को श्रध्दांजलि देने के लिए विभाग द्वारा एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है।
(देशबंधु, रायपुर, धमतरी संस्करण से साभार)

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