Saturday, January 30, 2010

कहाँ गये हिंमाशु कुमार, मेधा पाटकर, राजेन्द्र सायल, संदीप पांडेय

भागलपुर [जागरण संवाददाता]। बिहार में नक्सलियों से आम जनता ही नहीं, संगठन से जुड़ी महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। बिहार के बेलहर से गिरफ्तार महिला नक्सली रीमा और कमला [दोनों काल्पनिक नाम] ने संगठन के एरिया और जोनल कमांडर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। पुलिस ने दोनों महिलाओं के बयान पर बेलहर और हवेलीखड़गपुर (मुंगेर) में मामला दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार महिलाओं को शनिवार को जेल भेज दिया गया।

पूछताछ के दौरान उन्होंने संगठन से जुडे़ महत्वपूर्ण तथ्यों के साथ अपनी आपबीती भी सुनाई। महिलाओं ने बताया कि संगठन के जोनल कमांडर ने बेलहर के जंगलों में उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान वह दो दफा गर्भवती भी हुई। लेकिन ग्रामीण चिकित्सकों से उसका गर्भपात करा दिया गया। जब वह इसका विरोध करती, तो उसे जान से मारने की धमकी दी जाती थी। डर की वजह से उसने पुलिस से शिकायत नहीं की। एक अन्य महिला ने बताया संगठन के एरिया कमांडर ने मुंगेर के हवेली खड़गपुर स्थित कंदनी जंगल में उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने यह भी बताया कि माओवादी संगठन से जुड़े अन्य लोग भी गरीब महिलाओं की इज्जात से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आते। महिलाओं ने बताया कि जमुई रेल पुलिस राइफल लूट कांड, संग्रामपुर ब्लाक कार्यालय और खड़गपुर अनुमंडल कार्यालय पर हमले की घटना में माओवादी नेताओं ने उनका सहयोग लिया था।

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