रांची । नक्सलियों की बंदी ने झारखंड के आर्थिक विकास की गति धीमी कर दी है। हर महीने होने वाली बंदी से कारोबार का बुरा हाल है। दो दिनों की ताजा बंदी में करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। इसके अतिरिक्त नक्सल प्रभावित इलाकों में बाजार, बैंक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहने से भी करोड़ों का नुकसान हुआ है। इन दो दिनों में झारखंड में कम से कम तीन सौ करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों में ढुलाई नहीं होने से दो दिनों में तीस करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। इसी तरह अयस्कों की ढुलाई ठप होने से प्रति दिन 47 करोड़ अर्थात दो दिनों में 92 करोड़ रुपए, बाजारों में कारोबार नहीं होने से दो दिनों में एक सौ करोड़ का नुकसान होने का अनुमान है। ढुलाई कार्य में लगे लगभग पांच हजार ट्रक व ढाई हजार बसें भी नक्सली बंद के चलते दो दिनों तक नहीं चलीं। इससे भी करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ।
डालटनगंज में दो दिनों की नक्सली बंदी के कारण जिले के व्यवसायियों को करीब 15 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। आरएमडी सेल भवनाथपुर में लाइम स्टोन व डोलोमाइट ढुलाई ठप रही। लातेहार में बंदी से दो करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। हजारीबाग जिले को करीब एक सौ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। सीसीएल महाप्रबंधक प्रभाकर चौकी ने बताया कि उनकी चार परियोजना तापिन, परेज, केदला वाशरी व झारखंड में कोयले का उत्पादन तो हुआ, लेकिन न ही ढुलाई हो सकी और न ही डिस्पैच। इस कारण हमें दो दिनों में तकरीबन 60 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। वहीं ट्रांसपोर्टरों को भी लाखों का नुकसान पहुंचा।
रेलवे को भी हुआ भारी नुकसान
कोडरमा जिले में धनबाद रेल मंडल में कोयले की ढुलाई का काम ठप रहा इसमें करीब दस लाख से अधिक का नुकसान रेलवे को हुआ। लोहरदगा में भी दस करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ। जिले में बाक्साइट खनन पूरी तरह से बंद रहा। बेरमो जिले में सीसीएल को करीब दो करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है वहीं बोकारो थर्मल पावर प्लांट, चंद्रपुरा थर्मल पावर प्लांट और तेनुघाट थर्मल पावर प्लांट को भी अप्रत्यक्ष रूप से लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। धनबाद रेल मंडल में कोयला समेत अन्य सामानों अन्य सामानों की दोनों दिन 9-9 रैक की ढुलाई नहीं हो सकी। इससे करीब साढ़े चार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं कई सवारी ट्रेनों के रद होने से यात्री किराये के मद में 40 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
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