Wednesday, May 12, 2010

नक्सलियों ने रोका जनगणना कार्य ,प्रगणक वापस लौटे

बीजापुर ! जिले की भैरमगढ़ तहसील में जनगणना कार्य में जुटे सरकारी कर्मचारियों को चेतावनी देते, जनगणना से संबंधित दस्तावेजों को आग के हवाले किया। उल्लेखनीय है कि जनगणना 2010-11 को लेकर दक्षिण बस्तर के बीहड़ों में संशय की स्थिति शुरू हो रहा है। गंगालूर क्षेत्र के पीड़िया में जनगणना कार्य को संपादित करने, पहुंचे दल को भी मशक्कत उठानी पड़ी थी। जबकि पामेड़, धरमारम सहित कुछ क्षेत्र से जनगणना कर्मियों द्वारा प्रशासन के पास यह सूचना आई थी की जनगणना कार्य को संपादित किया जा सकता है, इसमें कोई आपत्ति नहीं होनी है, परंतु इस बात के प्रति खासा नाराजगी व आपत्ति नहीं होनी है। परंतु इस बात के प्रति खासा नाराजगी व आपत्ति दर्ज की गई कि जनगणना के नाम से कोई सूचना तंत्र अंदर प्रवेश नहीं करें।
नायब तहसीलदार बल्कों ने दूरभाष पर देशबन्धु को बताया कि भैरगढ़ तहसील के 16 ग्राम जिनमें इरपागुट्टा, हकवा, हल्लूर, तुनेवार, पल्लेवाया, बैल, चंगेल, मंगोत्री, तुरैनार, पल्लेवाया, बल, ऐहकेली, सतवा, कोनार्डवाया, खेलनार एवं मरकापाल में 16 प्रगणकों को जनगणना कार्य के दौरान ग्रामवासियों द्वारा जनगणना संबंधी जानकारी नहीं दिया। ग्रामों में ही मौजूद नक्सलियों ने जनगणना प्रगणकों को बुलाकर उन्हें जनगणना कार्य नहीं करने व भविष्य में इस कार्य को बुलाकर उन्हें जनगणना कार्य नहीं करने व भविष्य में इस कार्य को पुनरावृत्ति के लिए भी मना कर दिया। जनगणना डयूटी में तैनात कर्मचारियों प्रगणकों से सारे दस्तावेज लेकर भस्मीभूत कर दिया। विदित हो कि पहली मई से प्रारंभ जनगणना का कार्य जारी था। कर्मचारी 10 मई को संवेदनशील ग्रामों में पहुंचे थे। दस्तावेजों को भस्मीभूत करने के बाद नक्सलियों ने कर्मचारियों को ग्यारह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। जिसमें केन्द्रीय अर्धसैनिकों की वापसी, गरीब, निर्दोष ग्रामीण आदिवासियों पर अत्याचार बंद करने, सलवा-जुडूम बंद करने, सभी बेरोजगारों को रोजगार देने 21 दिसम्बर को बेकसूर लोगों के विरूध्द बनाए गए अपराधिक प्रकरण वापिस लेने प्रकरण तैयार किए। उन्हें वापिस लेने व कोया कमाण्डों को वापस भेजने जैसी मांगे प्रमुख बताई गई। घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन एवं छग राज्य, जनगणना निर्देशालय दिल्ली को भेज दी गई है।
स्मरण हो कि भैरमगढ़ तहसील में कुल 282 ग्राम है। एक नगरीय क्षेत्र, 6 वन ग्राम, 276 राजस्व, 65 वीरान ग्राम समाहित है। 129 प्रगण को, 22 पर्यवेक्षक, प्रगणक ब्लाक एवं 22 पर्यवेक्षकों की डयूटी लगाई गई जबकि भैरमगढ़ नगरीय निकाय हेतु 13 प्रगणक व 2 पर्यवेक्षकों को जवाबदारी सौंपी गई है। 197 मकानों का नम्बरिंग पूर्ण कर लिया है। 184 ग्रामों को संवेदनशील की श्रेणी में चिन्हित किया गया है।
बीजापुर जिले के 58, 201 मकानों में 58009 मकानों में नम्बरिंग पूर्ण किया गया, जबकि 192 शेष है। जनगणना 2010-11 कार्य संपादन के लिए 518 प्रगणकों में 508 प्रगणकों की नियुक्ति की गई। सर्किल सुपर वाइजर संख्या 80, नियुक्त सुपरवाइजरों की संख्या 89 है। मास्टर टे्रनर्स 14 तैनात किए गए। संवेदनशील क्षेत्रों के नाम पर 174 ग्रामों में जनगणना कार्य प्रभावित विचार चार्ज अधिकारी, कार्य से प्रभावित होना बताया गया। बीजापुर कलेक्टर आर. प्रसन्ना ने देशबन्धु को बताया कि 15 ग्रामों में जनगणना कार्य प्रभावित होने का समाचार है। जनगणना का कार्य बंद नहीं होगा।

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