नई दिल्ली. 18 मई. केंद्रीय गृह मंत्री पी.चिदंबरम ने मंगलवार को कहा कि यदि नक्सली 72 घंटे के लिए भी हिंसा को रोक दें तो उनके साथ वार्ता शुरू की जा सकती है। उन्होंने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों को हवाई निगरानी की सुविधा भी देने का समर्थन किया। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के एक बस को निशाना बनाने के एक दिन बाद समाचार चैनल सीएनएन-आईबीएन पर चिदंबरम ने कहा- मैं नहीं सोचता कि नक्सली कभी वार्ता के हमारे प्रस्ताव पर गंभीरतापूर्वक प्रतिक्रिया देंगे। उन्होंने कहा- मैं अब वार्ता का प्रस्ताव रख रहा हूं, जो कोई भी इसे सुन रहा है, इसे ध्यान में रखे। नक्सलियों को कहना चाहिए कि हम हिंसा स्थगित करेंगे और वास्तव में जो तिथि तय करें उससे 72 घंटे के लिए वास्तव में हिंसा रोकें। हम 72 घंटे के भीतर मुख्यमंत्रियों का समर्थन लेंगे और प्रतिक्रिया देंगे। चिदंबरम ने कहा- हम वार्ता के लिए तिथि, स्थान और समय तय करेंगे और नक्सली वार्ता के लिए आएं और उनकी जो भी इच्छा है उस पर बात करें। चिदंबरम ने वार्ता का ताजा प्रस्ताव रखते हुए कहा कि यदि वे 72 घंटे के लिए हिंसा बंद कर वार्ता के लिए राजी होते हैं तो उनको स्कूल, अस्पताल, सड़क, बिजली स्टेशनों और टेलीफोन लाइनों को निशाना नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके खिलाफ पुलिस की कार्रवाई का सवाल ही नहीं उठता। वार्ता के प्रस्ताव के साथ ही चिदंबरम ने जंगली इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों को हवाई सहयोग उपलब्ध कराने के विचार का समर्थन किया।
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