रांची । माओवादियों की 48 घंटे की बंदी के दूसरे व अंतिम दिन बुधवार को पश्चिम बंगाल, झारखंड व उड़ीसा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बंद असरदार रहा। उल्लेखनीय है कि माओवादियों ने दस सूत्री मांगों को लेकर बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ व बिहार में दो दिवसीय बंद का आह्वान किया था।
बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर जिला के जंगल महल क्षेत्र में बंद प्रभावी रहा, जबकि पुरुलिया व बांकुड़ा में बंद का मिलाजुला असर दिखा। राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों का आवागमन अपेक्षाकृत काफी कम हुआ। झाड़ग्राम व मेदिनीपुर तहसील के बीनपुर, बेलपहाड़ी, नयाग्राम, लालगढ़, सिंजुआ, धर्मपुर, मालबांधी, शालबनी, ग्वालतोड़ समेत झाड़ग्राम शहर में बंद के कारण सन्नाटा पसरा रहा। उड़ीसा के नक्सल प्रभावित मलकानगिरी क्षेत्र में बंद असरदार रहा, जबकि सुंदरगढ़ जिले में आंशिक असर देखा गया।
झारखंड के पलामू, सिमडेगा, लातेहार, गुमला, पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला, खूंटी में बंद असरदार रहा। गढ़वा, चतरा, लोहरदगा, गिरिडीह व रांची के ग्रामीण क्षेत्रों में बंद का मिलाजुला असर देखा गया, जबकि अन्य जगहों में जनजीवन सामान्य रहा।
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