Tuesday, May 18, 2010

मौत को सामने देख एसपीओ ने चलाई पहली बार गोली

जगदलपुर ! सोमवार को हुई बारूदी विस्फोट में घायल कोया कमांडो कमल सिंह 23 वर्ष निवासी छिंदगढ़ ने सोमवार को पहली बार नक्सलियों के द्वारा गोलीबारी के दौरान मौत को सामने देखकर पहली बार आत्मरक्षार्थ उसकी सरकारी बंदूक से तीन गोलियां चलाई।

कमल सिंह बड़ी मुश्किल से बात कर पा रहा था। वह भूसारास औ चिंगावरम के बीच हुई बारूदी विस्फोट में घायल हो गया है और उनका उपचार मेकॉज में चल रहा है। बड़ी धीमी आवाज से कमल सिंह ने इस प्रतिनिधि से कहा कि उसकी नियुक्ति बतौर एसपीओ वर्ष 2009 हुई है। दो माह के विशेष प्रशिक्षण के बाद उसे पुलिस बल के साथ कार्य करने हेतु भेजा गया। कमल सिंह को कोया कमांडो का प्रशिक्षण दिया गया था और इस प्रशिक्षण के बाद नक्सली विरोधी अभियानों में वह जरूर जाता रहा लेकिन कभी उसे गोली चलाने का अवसर नहीं मिला। बारूदी विस्फोट के तुरंत बाद नक्सलियों ने घायलों पर गोली चलाई और कमल सिंह ने अपनी मौत को सामने से देखा और पहली बार उसने अपनी सरकारी बंदूक से तीन गोली चलाई और इस दौरान पुलिस की ओर से गोली चलते देख नक्सली भाग निकले। कमल सिंह का कहना था कि घायल अवस्था के बावजूद जब नक्सलियों ने गोलियां चलाकर उसकी जान लेने की कोशिश पर उसने मौत को सामने देखा और आत्मरक्षार्थ गोली चलाई और यह उसकी सरकारी बंदूक से निकली पहली गोलीबारी की घटना है।

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