
नई दिल्ली. 19 मई. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सलवादियों के खिलाफ लडाई को विकास कार्यों और सुरक्षा अभियान की दोहरी रणनीति से आगे बढ़ाने का संकल्प व्यक्त करते हुये आज केन्द्र से अपील की कि वह एकीकृत कार्ययोजना के लिये रक्षा विशेषज्ञों का एक समूह शीघ्र गठित करें जो राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों तथा वन क्षेत्रों में इस समस्या के खात्मे के लिये रणनीतिक मार्गदर्शन करे। डा. रमन सिंह ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में नक्सलवाद को आतंकवाद करार देते हुये राजनीतिक दलों और मानवाधिकारवादियों से सवाल किया कि बाहरी मदद और हथियारों के सहारे सार्वजनिक वाहनों स्कूलों अस्पतालों पर हमले और निर्दोष लोगों के सामूहिक संहार को आतंकवाद नहीं कहेंगे तो फिर आतंकवाद किसे कहेंगे। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि छत्तीसगढ में बस्तर के आदिवासी क्षेत्रों में सरकार के सक्रियता से चलाये जा रहे विकास कार्यों और नक्सलवाद के खिलाफ आगे बढ़कर कार्रवाई करने से जनता सरकार के साथ खड़ी हो रही है तथा नक्सलवादी इससे बौखला कर सुकमा जैसे हमले कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने बस्तर में विकास के लिये 9000 करोड़ रूपये की एक अलग से योजना बनायी है और योजना आयोग से उसकी स्वीकृति हासिल करने का प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में माना कि नक्सलवाद के मुद्दे पर केन्द्र और छत्तीसगढ के बीच बेहतर तालमेल है तथा राज्य में मौजूद अर्ध्दसैनिक बल और राज्य पुलिस बल समन्वय पूर्वक काम कर रहे हैं।
No comments:
Post a Comment